Defamation, Criminal Intimidation मानहानि (Defamation):मानहानि एक ऐसा अपराध है जिसमें किसी व्यक्ति की छवि, प्रतिष्ठा या सम्मान को झूठे या अपमानजनक शब्दों या कार्यों के माध्यम से नुकसान पहुँचाया जाता है। यह अपराध दो प्रकार से हो सकता है:

  • लिखित मानहानि (Libel): जब किसी व्यक्ति के खिलाफ झूठे आरोप लिखित रूप में प्रस्तुत किए जाते हैं, तो इसे लिखित मानहानि कहा जाता है।
  • मौखिक मानहानि (Slander): जब किसी व्यक्ति के खिलाफ झूठे आरोप मौखिक रूप से कहे जाते हैं, तो इसे मौखिक मानहानि कहते हैं।

मानहानि के अपराध के लिए यह जरूरी नहीं है कि व्यक्ति को शारीरिक रूप से नुकसान पहुँचाया जाए; इसके बजाय, यह व्यक्ति की प्रतिष्ठा और इज्जत को नुकसान पहुँचाने के बारे में होता है। भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 499 और 500 के तहत मानहानि अपराध के रूप में परिभाषित किया गया है और इसे सजा दी जा सकती है, जो आम तौर पर एक साल की कैद, जुर्माना, या दोनों हो सकती है।

मानहानि का बचाव: यदि किसी व्यक्ति को मानहानि का आरोप लगा है, तो वह यह साबित कर सकता है कि:

  1. जो जानकारी दी गई थी वह सत्य थी।
  2. उसे सार्वजनिक भलाई के लिए कहा गया था।
  3. आरोप के लिए इरादा मानहानि का नहीं था।

2. आपराधिक धमकी (Criminal Intimidation):

आप‍राधिक धमकी वह अपराध है जिसमें कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को शारीरिक चोट पहुँचाने, संपत्ति को नुकसान पहुँचाने, या किसी अन्य प्रकार का नुकसान पहुँचाने की धमकी देता है, ताकि उसे डराया जा सके। यह अपराध किसी व्यक्ति को डर या मानसिक कष्ट पहुँचाने का इरादा रखता है, और इसे भारतीय दंड संहिता की धारा 503 के तहत अपराध माना गया है।

यह अपराध तब घटित होता है जब एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को धमकी देता है कि अगर वह उसकी बात नहीं मानेगा, तो उसे शारीरिक या मानसिक नुकसान होगा। इस प्रकार की धमकियाँ आम तौर पर समाज में भय और अशांति का कारण बनती हैं।

आप‍राधिक धमकी की सजा:
अगर किसी व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक धमकी का आरोप साबित हो जाता है, तो उसे कानूनी सजा मिल सकती है। सजा में आमतौर पर छह माह से लेकर दो वर्ष तक की सजा हो सकती है, और जुर्माना भी लगाया जा सकता है। यदि धमकी जानलेवा है, तो सजा कड़ी हो सकती है।

आप‍राधिक धमकी का बचाव:
धमकी देने वाले व्यक्ति के लिए यह साबित करना संभव हो सकता है कि:

  1. धमकी किसी वास्तविक खतरे को महसूस कराने के लिए दी गई थी।
  2. धमकी की वजह से किसी अन्य व्यक्ति को कोई वास्तविक नुकसान नहीं हुआ है।

मानहानि और आपराधिक धमकी दोनों ही अपराधों के मामले में क़ानूनी प्रक्रिया और न्याय के माध्यम से अपराधी को दंडित किया जा सकता है।