अपकृत्य (Tort) और संविदा भंग (Breach of Contract) दोनों ही कानूनी गलतियां हैं, लेकिन ये भिन्न कानूनी सिद्धांतों पर आधारित हैं। इन दोनों के बीच अंतर को उनके स्वरूप, उद्देश्य, पक्षकार, कानूनी दायित्व, और उपचार (Remedy) के आधार पर समझा जा सकता है।
अपकृत्य और संविदा भंग के बीच अंतर:
पहलू | अपकृत्य (Tort) | संविदा भंग (Breach of Contract) |
---|---|---|
परिभाषा | अपकृत्य एक नागरिक गलत है, जिसमें किसी व्यक्ति के अधिकार का उल्लंघन होता है, और यह कानून द्वारा पहले से निर्दिष्ट कर्तव्य (General Duty) का उल्लंघन है। | संविदा भंग तब होती है जब एक पक्ष अपने संविदात्मक दायित्व (Contractual Obligation) को पूरा करने में विफल रहता है। |
कानूनी आधार | यह कानून द्वारा निर्धारित कर्तव्य (Duty imposed by law) का उल्लंघन है। | यह पक्षकारों के बीच समझौते (Agreement) का उल्लंघन है। |
उद्देश्य | व्यक्तिगत अधिकारों का संरक्षण और नुकसान के लिए मुआवजा देना। | संविदात्मक कर्तव्यों को लागू करना और समझौते का पालन सुनिश्चित करना। |
दायित्व का प्रकार | यह एक आम कर्तव्य (Duty owed to society) का उल्लंघन है। | यह एक विशिष्ट कर्तव्य (Duty owed to a specific party) का उल्लंघन है। |
पक्षकार (Parties) | पीड़ित बनाम दोषी व्यक्ति। | संविदा के पक्षकार (Contracting parties) के बीच विवाद। |
नुकसान का प्रकार | शारीरिक, मानसिक, प्रतिष्ठा, या संपत्ति को हानि। | वित्तीय नुकसान या संविदा में उल्लिखित कार्यों का निष्पादन न होना। |
उपचार (Remedy) | क्षतिपूर्ति (Damages) का दावा किया जाता है। | विशिष्ट निष्पादन (Specific Performance), क्षतिपूर्ति, या अनुबंध समाप्ति। |
कानूनी प्रक्रिया | दीवानी प्रक्रिया (Civil Procedure) के तहत। | संविदात्मक प्रक्रिया (Contract Law) के तहत। |
उदाहरण | मानहानि, लापरवाही, या अतिक्रमण। | भुगतान न करना, वस्तुओं की आपूर्ति में विफलता। |
समिति का उल्लंघन | सार्वजनिक कर्तव्य का उल्लंघन। | व्यक्तिगत अनुबंध का उल्लंघन। |
प्रमाण का आधार | संतुलन की प्रबलता (Preponderance of Evidence)। | संतुलन की प्रबलता (Preponderance of Evidence)। |
व्याख्या:
- अपकृत्य:
- यह व्यक्ति के कानूनी अधिकारों का उल्लंघन है, जो कानून द्वारा स्वाभाविक रूप से स्थापित होता है।
- उदाहरण: किसी व्यक्ति की संपत्ति पर अवैध अतिक्रमण, जिससे उसकी भूमि को नुकसान होता है।
- संविदा भंग:
- यह पक्षकारों के बीच समझौते के उल्लंघन से संबंधित है। इसमें केवल वही दायित्व लागू होते हैं जो संविदा में उल्लिखित हैं।
- उदाहरण: एक पक्ष अनुबंध के अनुसार माल की आपूर्ति करने में विफल रहता है।
उदाहरण से स्पष्टता:
- अपकृत्य: यदि कोई व्यक्ति दूसरे की संपत्ति को जानबूझकर नुकसान पहुंचाता है, तो यह अपकृत्य है। इसमें कानूनी कर्तव्य का उल्लंघन हुआ है।
- संविदा भंग: यदि कोई व्यक्ति अपने अनुबंध के अनुसार सेवाएँ प्रदान करने में असफल रहता है, तो यह संविदा भंग है। इसमें संविदात्मक दायित्व का उल्लंघन हुआ है।
निष्कर्ष:
- अपकृत्य समाज के प्रति एक कर्तव्य का उल्लंघन है, जबकि संविदा भंग अनुबंध के अंतर्गत एक विशिष्ट कर्तव्य का उल्लंघन है।
- अपकृत्य में उपचार आम तौर पर क्षतिपूर्ति होता है, जबकि संविदा भंग में विशिष्ट निष्पादन या अनुबंध समाप्ति का आदेश दिया जा सकता है।