Rylands v. Fletcher के बचाव (Defences)
परिचय (Introduction)
Rylands v. Fletcher (1868) का निर्णय “Strict Liability” के सिद्धांत की स्थापना करता है। इसके तहत यदि कोई खतरनाक वस्तु अप्राकृतिक उपयोग के कारण किसी की संपत्ति या व्यक्ति को नुकसान पहुँचाती है, तो उत्तरदायी व्यक्ति को मुआवजा देना पड़ता है। हालांकि, इस सिद्धांत में कुछ बचाव (Defences) भी उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से उत्तरदायी व्यक्ति खुद को दायित्व से मुक्त कर सकता है।
Rylands v. Fletcher के तहत बचाव (Defences under Rylands v. Fletcher)
- पीड़ित की सहमति (Consent of the Plaintiff)
यदि नुकसान पीड़ित की सहमति या मर्जी से हुआ हो, तो उत्तरदायी व्यक्ति को दायित्व से मुक्त किया जा सकता है।- उदाहरण:
यदि पीड़ित खुद खतरनाक गतिविधियों के जोखिम को स्वीकार करता है और जानबूझकर उसमें शामिल होता है।
- उदाहरण:
- अप्राकृतिक घटना (Act of God)
यदि नुकसान प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़, भूकंप, तूफान आदि के कारण हुआ हो, जिसे कोई भी व्यक्ति रोक नहीं सकता था, तो यह बचाव स्वीकार्य होगा।- उदाहरण:
यदि जलाशय की दीवारें भारी बारिश (जो अप्रत्याशित हो) के कारण टूट गईं और नुकसान हुआ।
- उदाहरण:
- तीसरे पक्ष का कार्य (Act of Third Party)
यदि नुकसान किसी तीसरे व्यक्ति के कार्य के कारण हुआ हो, जो उत्तरदायी व्यक्ति के नियंत्रण में नहीं था, तो यह एक बचाव होगा।- उदाहरण:
किसी अजनबी ने जानबूझकर जलाशय को तोड़ दिया, जिससे पानी रिसने लगा और नुकसान हुआ।
- उदाहरण:
- पीड़ित की गलती (Plaintiff’s Own Fault)
यदि नुकसान पीड़ित की अपनी गलती के कारण हुआ हो, तो उत्तरदायी व्यक्ति को हर्जाना नहीं देना होगा।- उदाहरण:
यदि पीड़ित ने खुद जलाशय में छेड़छाड़ की और इससे रिसाव हुआ।
- उदाहरण:
- वैधानिक प्राधिकरण (Statutory Authority)
यदि कार्य सरकार या किसी वैधानिक प्राधिकरण द्वारा किया गया हो और नुकसान हुआ हो, तो उत्तरदायित्व लागू नहीं होगा।- उदाहरण:
यदि सरकार ने जलाशय बनाने का आदेश दिया था और किसी तकनीकी कारण से नुकसान हुआ।
- उदाहरण:
- अप्राकृतिक उपयोग का अभाव (No Non-Natural Use of Land)
यदि यह साबित हो जाए कि भूमि का उपयोग स्वाभाविक और सामान्य था, तो उत्तरदायित्व लागू नहीं होगा।- उदाहरण:
यदि जलाशय छोटा था और उसका उपयोग घरेलू उद्देश्यों के लिए किया गया था।
- उदाहरण:
Rylands v. Fletcher के महत्वपूर्ण उदाहरण (Illustrations of Defences)
1. Nichols v. Marsland (1876)
- मामला:
जलाशय भारी बारिश के कारण टूट गया और आसपास के क्षेत्रों को नुकसान हुआ। - निर्णय:
यह “Act of God” का मामला था, इसलिए उत्तरदायी व्यक्ति मुक्त कर दिया गया।
2. Box v. Jubb (1879)
- मामला:
तीसरे व्यक्ति ने अपने जलाशय का पानी निकालकर दूसरे के जलाशय को भर दिया, जिससे पानी रिसने लगा और नुकसान हुआ। - निर्णय:
यह “Act of Third Party” था, इसलिए उत्तरदायित्व लागू नहीं हुआ।
3. Ponting v. Noakes (1894)
- मामला:
एक घोड़ा दूसरे की जमीन पर घुसकर जहरीले पौधे खा गया और मर गया। - निर्णय:
यह “Plaintiff’s Own Fault” था, इसलिए उत्तरदायित्व नहीं लगाया गया।
निष्कर्ष (Conclusion)
Rylands v. Fletcher ने “Strict Liability” का सिद्धांत स्थापित किया, लेकिन इसके तहत उत्तरदायित्व से बचने के लिए कुछ बचाव भी उपलब्ध हैं। ये बचाव न्याय को संतुलित करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि किसी निर्दोष व्यक्ति पर अनुचित दायित्व न डाला जाए।