Strict Liability(कठोर उत्तरदायित्व) एक कानूनी सिद्धांत है, जो विशेष परिस्थितियों में व्यक्ति या संगठन को उन नुकसानों के लिए जिम्मेदार ठहराता है जो उसके द्वारा नियंत्रित या संचालित किसी गतिविधि के कारण होते हैं, भले ही उस व्यक्ति ने कोई लापरवाही या दुर्भावना से काम न किया हो। इस सिद्धांत का प्रमुख उदाहरण Rylands v. Fletcher का मामला है, जिसमें कोर्ट ने यह सिद्धांत स्थापित किया।

1.1 Dangerous things, Escape, Non-natural use of land (खतरनाक चीजें, पलायन, भूमि का अस्वाभाविक उपयोग)

  • खतरनाक चीजें: जब कोई व्यक्ति अपनी संपत्ति पर ऐसी चीजें या गतिविधियाँ रखता है जो स्वाभाविक रूप से खतरनाक होती हैं, तो वह व्यक्ति उन चीजों से होने वाले किसी भी नुकसान के लिए जिम्मेदार होता है। उदाहरण के तौर पर, अगर कोई व्यक्ति अपने क्षेत्र में विस्फोटक, गैस, या विषाक्त पदार्थ रखता है और वे किसी कारण से बाहर निकल जाते हैं और दूसरों को नुकसान पहुँचाते हैं, तो उस व्यक्ति को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
  • पलायन (Escape): इस सिद्धांत के अनुसार, जब कोई खतरनाक वस्तु या पदार्थ किसी स्थान से बाहर निकलता है और दूसरों को नुकसान पहुँचाता है, तो इसका उत्तरदायित्व उस व्यक्ति पर होता है जो उस खतरनाक वस्तु को नियंत्रित कर रहा था। अगर वस्तु या पदार्थ पलायन कर जाता है और नुकसान पहुँचाता है, तो यह व्यक्ति के खिलाफ कठोर उत्तरदायित्व का आधार बनता है।
  • भूमि का अस्वाभाविक उपयोग: जब कोई व्यक्ति अपनी भूमि का उपयोग सामान्य तरीके से नहीं करता, बल्कि किसी अस्वाभाविक या अनुकूल गतिविधि में करता है, जो अन्य लोगों के लिए खतरनाक हो सकती है, तो उसे इसके परिणामस्वरूप होने वाले नुकसान के लिए उत्तरदायी ठहराया जाता है। उदाहरण के लिए, किसी स्थान पर खतरनाक रसायन डालना या बड़ी मशीनों का उपयोग करना।

1.2 The Rule of Rylands v. Fletcher (रायलैंड्स बनाम फ्लेचर का सिद्धांत)

Rylands v. Fletcher का मामला 1868 में इंग्लैंड के एक अदालत में आया, जिसमें यह सिद्धांत स्थापित किया गया कि जब कोई व्यक्ति अपनी भूमि पर ऐसी चीजें रखता है जो अन्य लोगों के लिए खतरनाक होती हैं, तो वह व्यक्ति यदि उन चीजों से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार होता है, भले ही उसने लापरवाही न की हो।

इस मामले में, एक व्यक्ति ने अपनी संपत्ति पर एक जलाशय का निर्माण किया, लेकिन जलाशय की निर्माण प्रक्रिया में एक पुरानी खदान की भूमिगत गुफा को नज़रअंदाज किया गया। जब जलाशय से पानी बहकर फ्लेचर की खदान में चला गया, तो यह उसे नुकसान पहुँचाया। अदालत ने फैसला सुनाया कि रायलैंड्स को नुकसान के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा, क्योंकि उसने अपनी भूमि का अस्वाभाविक उपयोग किया था (जलाशय का निर्माण) और यह नुकसान हो गया।

1.3 Defenses to the Rule (सिद्धांत के खिलाफ बचाव)

कठोर उत्तरदायित्व के खिलाफ कुछ बचाव (defenses) हो सकते हैं, जिनका उपयोग किसी व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी से बचाने के लिए किया जा सकता है:

  1. अन्य व्यक्ति की कार्रवाई (Act of God): अगर नुकसान प्राकृतिक कारणों से हुआ है, जैसे तूफान, भूकंप, बाढ़ या अन्य प्राकृतिक घटनाएँ, तो यह बचाव माना जा सकता है। ऐसे मामलों में व्यक्ति को इस नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
  2. अन्य व्यक्ति की लापरवाही (Act of a Third Party): यदि कोई तीसरा व्यक्ति नुकसान का कारण बना और यह नुकसान उस व्यक्ति की उम्मीद के बाहर था, तो उसे बचाव के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है।
  3. स्वीकृति (Consent): अगर पीड़ित व्यक्ति को इस गतिविधि से संबंधित खतरे के बारे में जानकारी थी और उसने सहमति दी थी, तो वह व्यक्ति उत्तरदायी नहीं होगा।
  4. नुकसान का परिणाम सीधे नहीं होना (Non-Natural Use): अगर किसी व्यक्ति ने अपनी भूमि का प्राकृतिक उपयोग किया है और वह कोई खतरनाक वस्तु नहीं रखी है, तो वह जिम्मेदार नहीं होगा।

इस प्रकार, Rylands v. Fletcher के सिद्धांत में यह स्पष्ट किया गया है कि यदि कोई व्यक्ति अस्वाभाविक रूप से अपनी संपत्ति का उपयोग करता है और इससे दूसरों को नुकसान होता है, तो वह व्यक्ति कठोर उत्तरदायित्व के अंतर्गत आता है, लेकिन कुछ स्थितियाँ ऐसी हैं जिनमें बचाव का अधिकार हो सकता है।

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